ऐतिहासिक अयोध्या मंदिर के निर्माण कार्य का रास्ता साफ हो गया है । लॉकडाउन के कारण भूमि पूजन में विलंब हुआ था लेकिन अब सब साफ है । दो जुलाई को सुबह 8 बजे इस भव्य मंदिर निर्माण का भूमि पूजन होगा । मोदी जी भी इस आयोजन में भाग लेंगे ।
रामजन्मभूमि परिसर में विराजमान रामलला के भव्य मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन दो जुलाई को प्रात: आठ बजे से साढ़े दस बजे तक होगा। कोरोना के कारण देश की परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए इस आयोजन का हिस्सा बनेंगे। भूमि पूजन के बाद वे अपना संदेश भी देंगे।
तीन जून को रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या आए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर कार्यवाह भैयाजी जोशी रामजन्मभूमि परिसर की पवित्र मिट्टी लेकर गए थे। उन्होंने वह मिट्टी प्रधानमंत्री तक पहुंचा दी है। प्रधानमंत्री मोदी एक जुलाई को निर्धारित मुहूर्त में परिसर की मिट्टी का पूजन करेंगे और अपने प्रतिनिधि तथा मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेन्द्र मिश्र के हाथों अयोध्या भेजेंगे। यहां भूमि पूजन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, रामजन्मभूमि ट्रस्ट के पदाधिकारी तथा अन्य संत-महंत शामिल होंगे। बताया गया कि श्री रामजन्मभूमि मंदिर में रामलला की प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी शामिल होंगे।
शिलान्यास पहले हो चुका रामजन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के लिए नौ नवंबर 1989 को शिलान्यास किया जा चुका है। रामजन्मभूमि मुक्ति यज्ञ समिति के अध्यक्ष व तत्कालीन गोरक्ष पीठाधीश्वर महंत अवेद्यनाथ व देश के अन्य धर्माचार्यों की अगुवाई में राम मंदिर की प्रथम पूजित आधारशिला बिहार के दलित सामाजिक कार्यकर्ता कामेश्वर चौपाल ने रखी थी।