बेगुसराय में एक युवक की ह’त्या हो गई । उस ह’त्या का एक वीडियो सामने आया है । जिसको लेकर जीतन राम मांझी ने गिरिराज सिंह पर सन’सनीखेज आरोप लगाया है । उस वीडियो में स्थानीय बीजेपी सांसद गिरिराज सिंह की भूमिका संदेह के घेरे में है। मांझी ने आगे कहा कि हमारे पास वीडियो है जिसमें कहीं न कहीं बेगूसराय के सांसद गिरिराज सिंह के बारे में शंका जाहिर हो रही है। गिरिराज की भूमिका अति पिछड़ा-दलित युवकों की ह’त्या में है या फिर आरोपियों को बचाने में है इसके लिए उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। इसके लिए सीआईडी से नहीं बल्कि सीबीआई से जांच होनी चाहिए। क्यों कि सीआईडी ने पूरे मामले में आरो’पियों को क्ली’नचिट दे दिया है।
गिरिराज सिंह की भूमिका की हो जांच-मांझी
जीतनराम मांझी ने आगे कहा कि इस पूरे प्रकरण में बेगूसराय के स्थानीय सांसद गिरिराज सिंह की क्या भूमिका रही इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए.मांझी ने कहा कि सीआईडी पर विश्वास नहीं क्यों कि सीआईडी ने एक दिन में ही जांच रिपोर्ट सौंप दी और सभी दबं’गों को क्ली’नचिट दे दी। ऐसे में गिरिराज सिंह की इस पूरे प्रकरण में क्या भूमिका रही ,क्या उनकी भूमिका ह’त्या में है या फिर ह’त्याकांड के आरो’पियों को बचाने में रही इसकी पूरी जांच होनी चाहिए। क्यों कि वीडियो में कहीं न कहीं गिरिराज सिंह की भूमिका सं’दिग्ध बताई जा रही है। लिहाजा पूरे प्रकरण की जांच सीबीआई से हो ताकि सबकुछ स्पष्ट हो सके।
क्या है मामला
जीतनराम मांझी ने बताया कि बेगूसराय के वीरपुर थाना क्षेत्र के एक गांव में एक दलित युवक ने ऊंची जाति की लड़की से शादी कर ली थी। कुछ दिनों के बाद लड़का-लड़की को पकड़ कर लाया गया । 24 मार्च को आरोपी लड़का विक्रम के थाना में आत्मह’त्या की बात सामने आई। लेकिन उसने आत्मह’त्या नहीं की थी बल्कि ऊंची जाति के लोगों ने साजिश के तहत थाने में उसकी ह’त्या करा दी थी।
मांझी ने आगे कहा कि आरोपी की गि’रफ्तारी नहीं होने पर संतोश शर्मा नाम के युवक ने सोशल मीडिया पर धमकी दी कि अगर विक्रम पोद्धार ह’त्याकाण्ड की जॉंच नहीं हुई तो लॉक डाउन तोड़कर जन आन्दोलन करेंगे। मांझी ने आगे कहा कि इसके बाद नावाकोठी पुलिस ने उसे पकड़कर जमकर पि’टाई की।जहां 17 अप्रैल को पटना में इलाज के दौरान मौ’त हो गई।