उत्तर बिहार के जिलों पर मौसम की मेहरबानी दिखने लगी है। गुरुवार को प्री-मानसून की झमाझम बारिश से किसान झूम उठे। पारा गिरने से मौसम भी सुहाना हो गया है। मुजफ्फरपुर, दरभंगा और मधुबनी में अच्छी बारिश हुई। सीतामढ़ी, शिवहर और पूर्वी चम्पारण में बूंदाबांदी हुई है, मगर यहां भी बारिश के आसार बने हैं।
दिन भर बादल छाये रहने से बगहा, बेतिया, सीतामढ़ी और मोतिहारी के लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत मिली है। मुजफ्फरपुर व मिथिलांचल के इलाके में दोपहर बाद अचानक मौसम में बदलाव हुआ। पहले तेज हवा चली, फिर झमाझम बारिश हुई। मुजफ्फरपुर में बारिश से प्रमुख बाजार मोतीझील, कल्याणी आदि के इलाके जलमग्न हो गए।
मौसम विभाग के अनुसार उत्तर बिहार में 16 जून के आसपास मानसून प्रवेश करेगा। इससे पहले प्री मानसून में अच्छी बारिश के आसार हैं। डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, पूसा के मौसम विभाग के अनुसार सात जून तक बारिश के आसार बने हुए हैं। बीते 24 घंटे में अधिकतम तापमान 1.1 डिग्री व न्यूनतम तापमान 1.2 डिग्री नीचे आया। गुरुवार को मौसम विभाग ने अधिकतम तापमान 33.5 डिग्री व न्यूनतम तापमान 18.6 डिग्री रिकार्ड किया।
धान के बिचड़े में आयी जान, मूंग को नुकसान
प्री-मानसून बारिश से किसानों को काफी फायदा हुआ। खेतों में धान बीज गिराये बैठे किसान बारिश से खुश नजर आये। यद्यपि अगात किस्म के धान के जो बिचड़े तैयार हुई हैं, बारिश के बाद उसकी रोपाई के लिए कई खेतों में किसान बिचड़ा उखाड़ते नजर आये। मुजफ्फरपुर में 13 हजार हेक्टेयर खेतों में बिचड़ा गिराने का लक्ष्य है। दूसरी तरफ बारिश से आम व सब्जी की फसल को भी फायदा पहुंचा है। हालांकि लीची व मूंग के लिए यह बारिश ठीक नहीं है। मधुबनी में आधे घंटे की बारिश के बाद किसान कामेश्वर ठाकुर, नवीन सिंह, मनोज यादव, शंकर यादव आदि ने बताया कि इस बारिश से धान के बिचड़ा गिराने में सुविधा होगी। जो लोग पहले बिचड़ा गिरा चुके हैं उन्हे भी इससे फायदा होगा।