जम्मू कश्मीर में एक बार फिर पुलवामा में 2019 के जैसी हमला करने की साजिश आतंकियों ने बना राखी थी पर हमारे सुरक्षा बलों जवानों ने इस साजिश को नाकाम कर दिया । इस हमले में सुरक्षा बलों की 20 गाड़ियां निशाने पर थीं, जिसमें सीआरपीएफ के करीब 400 जवान होते।यहां के राजपुरा रोड पर शादीपुरा के पास एक सफेद रंग की सेंट्रो कार मिली, जिसमें आईईडी (इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) बरामद किया । कार के अंदर ड्रम में एक्सप्लोसिव रखा था। पुलिस का दावा है कि इस हमले में आतंकी शामिल है इसमें पहले का नाम आदिल, दूसरे का फौजी भाई है, तीसरा कार का ड्राइवर था, जिस के बारे में पुलिस अभी पता करने में लगी है ।
कार में बम है यह पता चलने के बाद सुरक्षाबलों ने आसपास के एरिया को खाली करवा दिया और उस कार को बम स्क्वायड वाले ने उड़ा दिया। जम्मू-कश्मीर के आईजी विजय कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया, की आतंकी सिक्युरिटी फोर्सेस या पुलिस की टीम को टारगेट करने की योजना बना रहे थे और पिछले एक हफ्ते से खबर मिल रही थी कि जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकवादी मिलकर आत्मघाती हमला करने वाले हैं।
दरअसल, पुलवामा आतंकी हमले में CRPF के 44 जवानों को शहीद करने वाला जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी आदिल अहमद डार ने अपने आखिरी मैसेज में यह बात साफ तौर पर कही थी कि उसकी जंग कश्मीर की आजादी के लिए नहीं, बल्कि इस्लाम के लिए है।पुलवामा हमला कश्मीर में 30 साल का सबसे बड़ा आतंकी हमला था। आतंकियों ने हमले के लिए 350 किलो आईईडी का इस्तेमाल किया था।