दिल्ली के बख्तावरपुर के पास तिगीपुर गांव के किसान पप्पन सिंह गहलोत मशरूम की खेती करते हैं और इनके यहां पिछले 27 सालों से बिहार से कुछ मजदूर काम करने के लिए आते हैं और सीजन के बाद वापस चले जाते हैं. इस बार भी 10 लोग इस परिवार से यहां पर आए हुए थे, उसी दौरान लॉकडाउन लागू हो गया. अभी खुंबी का सीजन भी खत्म हो गया इसलिए इन लोगों को घर वापस जाना था. पप्पन सिंह गहलोत ने कहा कि वह इन लोगों को घर से एयरपोर्ट तक खुद अपनी कार से छोड़ने जाएंगे और उसके बाद सभी के फ्लाइट के टिकट भी पप्पन सिंह गहलोत ने अपने खर्च पर बुक करवाए हैं. सभी 10 मजदूरों के हवाई जहाज के टिकट बुक हो चुकी है और 28 मई की सुबह की फ्लाइट है.
साथ ही यहां से निगम पार्षद सुनीत चौहान ने इन मजदूरों की स्क्रीनिंग करवाई है और इन मजदूरों का बिहार में एयरपोर्ट से घर तक पहुंचाने का खर्च सुनीत चौहान उठाएंगे. पप्पन सिंह ने कहा कि यह अपने मजदूरों को तीन-तीन हजार रुपये अलग से ईनाम भी दे रहे हैं और साथ ही यदि कोई भी दिक्कत इन्हें वहां पर होती है तो ये इन्हें वहां और भी पैसे भेज देंगे लेकिन अपने मजदूरों को भूखा नहीं मरने देंगे.
ये सभी 10 मजदूर एक ही परिवार से हैं और पिछले 27 सालों से यहां मजदूरी करने के लिए हर वर्ष आते हैं. इन लोगों के साथ घर परिवार का रिश्ता बन गया है और इनके हर सुख दुख में खड़ा रहने की बात पप्पन सिंह गहलोत करते हैं. साथ ही इन मजदूरों का कहना है कि उन्होंने जब यह बात घर पर फोन करके बताई तो परिजनों को भी विश्वास नहीं हुआ कि वे फ्लाइट से आएंगे. उनका कहना है कि उन्होंने कभी भी हवाई जहाज की सवारी नहीं की थी, पहली बार हम जहाज से जाएंगे जिनके लिए बहुत बड़ी सौभाग्य की बात है.
देश में मजदूरों की दुर्गति जगजाहिर है किस तरह से मजदूर पैदल यात्रा कर जा रहे हैं. बड़ी-बड़ी फैक्ट्रियों में और बड़े-बड़े धनाढ्य लोगों के पास काम करने वाले मजदूर भी दर-दर की ठोकरें खाते हुए अपने घर जा रहे हैं. जहां एक किसान ने ऐसी पेशकश की है कि उसके मजदूर हवाई जहाज से जाएंगे यह एक प्रेरणा है सभी के लिए है. साथ ही पप्पन सिंह ने कहा कि वह अपने मजदूरों को बस से इसलिए नहीं भेज रहे हैं क्योंकि बस में असुरक्षित ज्यादा है और खाने पीने की दिक्कत हो सकती है क्योंकि बस में लंबा वक्त लगेगा इसलिए उन्होंने अपने मजदूरों को फ्लाइट से भेजने का निर्णय लिया है. जरूरत है दूसरे लोग भी अब इसी तरह से अपने पास काम करने वाले लोगों की मदद करें.